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पुलिस पर उठे सवाल, तो थाने में हो गया बवाल



 

कानपुर: (सूरज कश्यप/गुड्डू सिंह)19 मार्च 2020 थाना गोविंदनगर क्षेत्र के दादा नगर कॉलोनी में रहने वाली महिला के साथ उनका पड़ोसी आए दिन छेड़छाड़ व बदतमीजी किया करता है जिसकी सूचना पीड़िता द्वारा थाना गोविन्द नगर में की गई थी पर पुलिस ने अपना खेल दिखाते हुए छेड़छाड़ की तहरीर पर 151 कर अपना पल्ला झाड़ लिया । जिसका नतीजा गरुवार की शाम देखने को मिला जहाँ शाम को दबंग छूटकर अपने घर आते ही पुनः महिला को अपशब्द कहने व अश्लीलता करने लगा जिसके विरोध में मोहल्ले की कई महिलाएं एकत्रित होकर हिंदू समन्मय समिति के कार्यकर्ताओं के साथ सभी महिलाएं थाने पर शिकायत करने पहुंची जहाँ महिलाओं की एक न सुनी गई जिसको लेकर पुलिस व हिन्दू समन्मय समिति के कार्यकर्ताओं के बीच में काफी झड़प हुई ।

 

आइए आपको बताते हैं क्या है पूरा मामला दरअसल एक और शासन व प्रशासन की ओर से महिला सुरक्षा को लेकर कई बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं और साथ ही महिला सुरक्षा को लेकर सख्त कार्रवाई के दिशा निर्देश भी जारी किए गए हैं पर थाना स्तर पर देखा जाए तो यह सारे दावे और दिशानिर्देश सब फेल होते जा रहे हैं । दरअसल कुछ ऐसा ही मामला थाना गोविंदनगर क्षेत्र का है जहां गोविंदनगर के एक दबंग ने पूरे मोहल्ले की महिलाओं व बच्चों का जीना दूभर कर दिया मोहल्ले वालों का कहना है मोहल्ले का शीलू यादव पुत्र गंगाराम यादव आए दिन मोहल्ले के बच्चों को गाली गलौज करता है और जब हम सभी महिलाएं उसको मना करते हैं तो शीलू हम सभी महिलाओं के साथ अभद्र भाषा से बात करता है और अगर हम महिलाएं कहीं आते-जाते हैं तो शीलू हमारे साथ रास्ते में छेड़छाड़ व मारपीट करता है । जिससे तंग आकर हम लोगों ने हमारे साथ हो रही छेड़छाड़ की लिखित शिकायत थाना गोविंदनगर में की थी पर वहां की पुलिस ने हम लोगों की बात को गंभीरता से ना लेकर दबंग शीलू को 151 की कार्रवाई कर अपना पल्ला झाड़ लिया था । जिसका नतीजा शाम होते ही दिख गया शीलू छूटकर आते ही पुनः हम लोगों से बदतमीजी करने लगा और हम लोगों को पकड़ने दौड़े किसी तरह हम लोग ने अपने आप को बचाया और हम लोग हिन्दू समन्मय समिति के कार्यकर्ताओं के साथ थाने पहुंचे तो तभी शीलू की ओर से कुछ लोग थाने आ गए और महिलाओं से बहस करने लगे जब वहां उपस्थित हिन्दू समन्मय समिति के कार्यकर्ताओं ने बीच-बचाव किया तभी किसी बात को लेकर पुलिस और कार्यकर्ताओं में नोकझोंक हो गई जो काफी देर बाद जब पीड़ित महिलाओं की बात सुनी जाने लगी तब माहौल थोड़ा शांत हुआ पर आपको बता दें इस मामले को अगर गोविंदनगर पुलिस पहले ही ध्यान देती तो शायद यह बात इतनी ना बढ़ पाती इससे यह साफ पता चलता है कि क्षेत्रीय पुलिस अपने आला अधिकारियों के आदेशों का कितना पालन करती है ।


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