प्रवासी मजदूरों को दे रहे भोजन व पानी
कानपुर : (सूरज कश्यप/गुड्डू सिंह) लॉक डाउन के बाद जगह-जगह से आ रहे प्रवासी मजदूरों को भोजन हुआ अन्य जरूरतमंद चीजें मोहिया कराते देख इनके जज्बे को सलाम किया और जानकारी में संस्था की ओर से बताया गया की हमारी संस्था उम्मीद एक किरण लगातार इन मजदूर भाइयो के समस्याओ के निवारण में साथ है और साथ ही बेजुबान जानवरो के भोजन और उनके उपचार में भी कार्यरत है | आज हमारी संस्था के द्वारा कानपुर सेंट्रल एवं झकरकटी बस अड्डे में प्रवासी मजदूर भाइयों के लिए दवा, ओआरएस घोल, खीरे, लंच पैकेट, बिस्किट, पानी और छोटे बच्चों के बीच टॉफी एवं चॉकलेट बांटी गई । आज कार्यक्रम में मयंक त्रिपाठी, विजय बाजपाई,अंशु सिंह(अनुराग), हिमांशु मिश्रा, प्रशांत बाजपाई, अमन गुप्ता एवं अन्य संस्था के सदस्य मौजूद है।
एक बहुत ही मार्मिक कविता है जिसके माध्यम से आप उनका दर्द समझ सकते है।
दूजे के मकां बनाए, हमने
अब अपना खोज रहे हैं
मजदूर हैं साहब शायद,इसीलिए
सड़को पर घूम रहे हैं||
इस मुश्किल समय में हमे इंसानियत के नायते एक दूसरे के काम आना है|
1000 किलोमीटर पैदल चलने वालों के लिए कुछ समय सुकून की किरण जलाना हमारा कर्तव्य है
उम्मीद_एक_किरण
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