कार नहीं पलटी सरकार पलटने से बच गई - अखिलेश यादव
कानपुर : (सूरज कश्यप/गुड्डू सिंह) थाना चौबेपुर क्षेत्र के बिकरु में हुए आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद से फरार चल रहे विकास दुबे को शुक्रवार की सुबह कथित एनकाउंटर मार दिया गया ।
गुरुवार की सुबह उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर परिषद के एक सिक्योरिटी गार्ड द्वारा पुलिस को विकास दुबे की सूचना मिली थी । जिसके बाद महाकाल थाने के फोर्स ने कुख्यात अपराधी विकास दुबे को पकड़ा था । जिसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री व मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के बीच फोन पर हुई वार्ता के बाद शाम को एमपी पुलिस ने विकास दुबे को यूपी पुलिस को सौंप दिया और यूपी पुलिस गुरुवार की शाम विकास को लेकर उज्जैन से रवाना हुई थी कानपुर लौटते समय कानपुर के भौती में पुलिस की गाड़ी अनियंत्रित होने के कारण पलट गई । जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए पुलिस का कहना है इसी दौरान अपराधी विकास दुबे मौका देख कर एक पुलिसकर्मी की पिस्टल छिनकर भागने लगा और जब पुलिस ने उसको रुकने के लिए कहा तो उसने पुलिस पर फायर कर दी पुलिस के अनुसार जवाबी फायरिंग में विकास दुबे को गोली लग गई जिसे उपचार हेतु जिला अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने उसे मृत बताया I
आपको बता दें बीते दिनों आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद से विकास दुबे का पकड़ा जाना बड़ा ही चर्चा का विषय बना हुआ था । जो गुरुवार को विकास दुबे के पकड़े जाने के बाद राजनीतिक गलियारों में साफ देखने को मिला जहाँ एक ओर मध्यप्रदेश सरकार अपने पुलिसकर्मियों को बधाई दे रहे थे तो वही यूपी की भाजपा सरकार पर यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव व कांग्रेस की ओर से एक बड़ा सवाल पूछा गया था कि आखिरकार विकास दुबे द्वारा समर्पण किया गया है या पुलिस द्वारा गिरफ्तारी की गई है और साथ ही साथ अखिलेश यादव द्वारा विकास दुबे की सीडीआर फाइल को सार्वजनिक करने की बात भी कही गई थी जिससे विकास दुबे को संरक्षण देने वाले खादी और खाकी के लोगों का चेहरा सामने आ सके तो वही बसपा सुप्रीमो मायावती के द्वारा ट्विटर हैंडल पर लिखा गया है कि इश्क घटना थी एक उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए जो सुप्रीम कोर्ट के जज के निगरानी में कराई जानी चाहिए जिससे अपराधी व अधिकारियों के बीच की सांठगांठ के बारे में लोगों को पता चल सके हालांकि इन सब सवालों के बीच एक बड़ा सवाल यह भी सामने आता है कि आखिरकार बिकरु गाँव मे पुलिस के जवानों के ऊपर गोली चलाने वालों को तो कथित एनकाउंटर में मार गिराए जा रहा है पर इस कुख्यात अपराधी की को बढ़ावा देने वाले सफेदपोश लोगो पर क्या कार्रवाई होती है । I
उज्जैन में विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद पुलिस काफिले द्वारा विकास दुबे को कानपुर वापस लाने के दौरान शुक्रवार की सुबह कानपुर लौटते वक्त अनियंत्रित कार पलटने से कई पुलिसकर्मियों को घायल होता देख पुलिस के अनुसार विकास दुबे ने भागने का प्रयास किया तो कथित एनकाउंटर में पुलिस की गोलियों से विकास दुबे की मौत हो गई ।
विकास दुबे के कथित एनकाउंटर के बाद उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा ट्विटर पर एक टीयूट कर लिखा गया की कार नहीं पलटी सरकार पलटने से बच गई अखिलेश यादव का कहना है कि अगर विकास दुबे सही सलामत लाया जाता और उससे पूछताछ की जाती तो कई सफेदपोश लोगो के नाम उजागर होते जिससे कई बड़े राजनीतिक दलों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता था । अखिलेश यादव व कांग्रेस सरकार का यह भी इल्जाम है कि भाजपा सरकार ने अपनी नाकामी को छुपाने के लिए या कथित एनकाउंटर किया है हालांकि इस कथित एनकाउंटर को लेकर अभी कोई अधिकारिक बयान अधिकारियों के द्वारा नहीं दिए गए हैं मौके पर मौजूद अधिकारियों द्वारा बताया गया है कुछ समय बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से घटना की पूरी जानकारी समस्त मीडिया बंधुओं को दी जाएगी I
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